रेलवे ने Tatkal Ticket Booking में बड़ा बदलाव किया है। आम लोगों को तत्काल टिकट लेने में राहत मिलेगी और एजेंटों की मनमानी पर लगाम लगेगी।
- 15 अप्रैल से तत्काल टिकट बुकिंग में नए नियम लागू
- एजेंट 10 से 12 बजे तक नहीं कर सकेंगे बुकिंग
- AC और Non-AC के टाइम में भी बदलाव
Tatkal Ticket Booking : अगर आप भी कभी ट्रेन से सफर करने के लिए तत्काल टिकट बुक करने की कोशिश में परेशान हुए हैं, तो अब खुश हो जाइए। इंडियन रेलवे ने 15 अप्रैल 2025 से एक नया नियम लागू करने का फैसला लिया है, जिससे आम लोगों को तत्काल टिकट लेने में राहत मिलेगी और एजेंटों की मनमानी पर लगाम लगेगी।
क्या है नया नियम?
रेलवे के इस नए नियम के मुताबिक, अब IRCTC एजेंट सुबह 10:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक टिकट बुक नहीं कर पाएंगे। ये दो घंटे अब सिर्फ आम यात्रियों के लिए होंगे, ताकि वो बिना किसी एजेंट की दखलअंदाजी के टिकट बुक कर सकें।
बुकिंग टाइम में भी हुआ बदलाव
तत्काल टिकट के समय में भी थोड़ा बदलाव किया गया है। AC क्लास (1A, 2A, 3A, CC) की तत्काल बुकिंग सुबह 11:00 बजे से शुरू होगी। Non-AC क्लास (SL, 2S) की बुकिंग दोपहर 12:00 बजे से शुरू होगी।
पहले ये टाइम 10 बजे (AC) और 11 बजे (Non-AC)हुआ करता था, जिससे बहुत सारे यात्रियों को दिक्कत होती थी क्योंकि सर्वर पर लोड बहुत ज़्यादा होता था और टिकट मिलना मुश्किल होता था।
रेलवे का मकसद क्या है?
रेलवे का सीधा मकसद साधारण यात्रियों को प्राथमिकता देना और एजेंटों की तरफ से की जा रही टिकट की ‘ब्लैक मार्केटिंग’ को रोकना। रेलवे के मुताबिक, अक्सर एजेंट सॉफ्टवेयर या बॉट्स की मदद से टिकट बुक कर लेते हैं, जिससे आम लोगों को कुछ ही सेकंड में “Waiting List” का सामना करना पड़ता है। अब जब दो घंटे तक एजेंट टिकट नहीं बुक कर पाएंगे, तो आम लोगों के पास टिकट पाने का मौका होगा।
बुकिंग प्रोसेस और ऐप में क्या नया है?
IRCTC ने अपनी वेबसाइट और मोबाइल ऐप को भी बेहतर बनाया है। अब ऐप पहले से ज्यादा तेज़ और सरल है। OTP और Captcha की प्रक्रिया को भी और आसान किया गया है ताकि लोग जल्दी टिकट बुक कर सकें।
खास बात ये है कि अब लोग अपने मोबाइल से आसानी से टिकट बुक कर पाएंगे, और उन्हें किसी साइबर कैफे या एजेंट के पास नहीं जाना पड़ेगा।
एजेंटों पर होगी कड़ी निगरानी
रेलवे ने साफ कर दिया है कि अब एजेंटों पर निगरानी और सख्त की जाएगी। अगर कोई एजेंट इस नियम का उल्लंघन करता है, तो उसका IRCTC से रजिस्ट्रेशन रद्द किया जा सकता है और उस पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। रेलवे अपने सिस्टम में रियल टाइम मॉनिटरिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेगा, जिससे एजेंटों की हरकतों पर नज़र रखी जाएगी।