lokayukta : सागर के जैसीनगर तहसील में लोकायुक्त टीम ने बाबू रमेश आठिया को ₹4000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। अब आरोपी बाबू के खिलाफ चल रही है कड़ी कानूनी कार्रवाई।
- रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया बाबू रमेश आठिया।
- लोकायुक्त की सक्रियता ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की।
- सरकारी कर्मचारियों को चेतावनी, भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूत कदम।
lokayukta : आम आदमी अक्सर सरकारी दफ्तरों में अपने कामों के लिए परेशान रहता है, और कई बार उसे बिना रिश्वत दिए काम नहीं हो पाता। ताजा मामला सागर जिले के जैसीनगर तहसील का है, जहां लोकायुक्त ने एक बाबू को ₹4000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया है।
रिश्वत लेने का मामला
4 अप्रैल को सागर जिले के एक निवासी हरिराम यादव ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एक आवेदन दिया। इस आवेदन में उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी ज़मीन का बंटवारा अपने बच्चों के नाम कर दिया है और अब इसका नामांतरण होना है।
नामांतरण के लिए उन्होंने तहसील कार्यालय में आवेदन किया था, लेकिन यहां के बाबू रमेश आठिया ने उनसे बटवारानामा और आदेश बनाने के बदले ₹5000 की रिश्वत की मांग की। हरिराम यादव पहले ही ₹1000 दे चुके थे, लेकिन बाबू की मांग जारी थी।
हरिराम यादव की शिकायत पर लोकायुक्त ने जांच शुरू की। उन्होंने हरिराम से यह तय किया कि वे ₹4000 की रकम लेकर बाबू रमेश आठिया को देंगे, और इस बार लोकायुक्त की टीम उन्हें रंगे हाथ पकड़ने के लिए तैयार थी।
लोकायुक्त की कार्रवाई
2:00 बजे दोपहर में हरिराम यादव ने ₹4000 की रकम लेकर जैसीनगर तहसील पहुंचाया। बाबू रमेश आठिया अपनी डेस्क पर बैठा हुआ था और जैसे ही हरिराम ने ₹4000 की रकम उसे दी, लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। इस पूरी कार्रवाई को लोकायुक्त ने अपने अभियान का हिस्सा बताया और बाबू रमेश के खिलाफ कार्रवाई की ।
केपीएस बैंन लोकायुक्त निरीक्षक सागर pic.twitter.com/kQWAKg3alV
— jansampark Time (@Jansampark57723) April 9, 2025
लोकायुक्त की टीम ने बाबू रमेश को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ धाराओं में मामला दर्ज किया। अब इस बाबू के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।